पहुँच श्याम के द्वार
कौन बिठाये परम पद
किसका करूँ विचार
प्रश्न सभी छूटे स्वतः
पहुँच श्याम के द्वार
अपने मन की बात से
किसने पाया सार
मनमोहन की शरण से
होता है उद्धार
कान्हा से प्रीती बड़ी
प्रकट हर तरफ प्यार
कृष्ण कृष्ण गाऊँ सदा
जाग्रत श्रद्धा सार
अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
१२ सितम्बर २००९ को लिखी
१४ जून २०११ को लोकार्पित
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