Wednesday, June 22, 2011

संवरिया सेठ



1
केशव अमृतधार दिला दो
चरणामृत इस बार पिला दो
शाश्वत सत्य सदा जाग्रत हो
अब ऐसा आधार दिला दो
2
संवरिया सेठ भरे भण्डार
सबको पहुँचाऊँ उपहार
सबका मंगल करने वाला
खोले है मुक्ति का द्वार

अशोक व्यास
१३-१४ अक्टूबर २००९ को लिखी
२२ जून २०११ को लोकार्पित      

No comments: