चल श्यामसुंदर की बात करें
लीलारस में दिन-रात करें
जिसमें शाश्वत सुख मिल जाए
ऐसे अनुभव का साथ करें
वो दिव्य सुधाकर दामोदर
वो श्याम मनोहर, मुरलीधर
मंगलमय चेतन अपना कर
चित में अनुपम आल्हाद भरें
चल श्याम सुन्दर की बात करें
अशोक व्यास
८ अप्रैल २०१० को लिखी
२८ अगस्त २०१० को लोकार्पित
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