Krishna is the one who 'attracts', plays and invites our consciousness to merge with His infinite consciousness in a very playful manner.
This blog is an offering at His feet with prayers for invoking Him and celebrating His all pervading presence of Gopal. Cherishing the memories of contact with Natwar Nagar and surrendering myself at the feet of this ever uplifting, eternal companion, trouble shooter and wisest guide at every step.
Saturday, May 14, 2011
चल श्याम संग खाएं माखन
चल मस्त मगन आनंद सदन नित साथ हमारे नन्द नंदन
बरखा, झूले, नदिया, आँगन चल श्याम संग खाएं माखन उसको सौंपें अपना सुख-दुःख जो उठा सके है गोवर्धन
अशोक व्यास न्यूयार्क, अमेरिका १० अप्रैल २००८को लिखी १३ मई २०११ को लोकार्पित
1 comment:
चल मस्त मगन
आनंद सदन
नित साथ हमारे
नन्द नंदन
गजब के शब्द,लय ,सुर और ताल,से मन मयूर
नाच उठा है अशोक भाई.और फिर
बरखा, झूले, नदिया, आँगन
चल श्याम संग खाएं माखन
उसको सौंपें अपना सुख-दुःख
जो उठा सके है गोवर्धन
ने आनंदित कर निर्भय कर दिया है.
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