Saturday, May 14, 2011

चल श्याम संग खाएं माखन



चल मस्त मगन
आनंद सदन
नित साथ हमारे
नन्द नंदन

बरखा, झूले, नदिया, आँगन
चल श्याम संग खाएं माखन
उसको सौंपें अपना सुख-दुःख
जो उठा सके है गोवर्धन

अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
१० अप्रैल २००८  को लिखी
१३ मई २०११ को लोकार्पित

1 comment:

Rakesh Kumar said...

चल मस्त मगन
आनंद सदन
नित साथ हमारे
नन्द नंदन

गजब के शब्द,लय ,सुर और ताल,से मन मयूर
नाच उठा है अशोक भाई.और फिर

बरखा, झूले, नदिया, आँगन
चल श्याम संग खाएं माखन
उसको सौंपें अपना सुख-दुःख
जो उठा सके है गोवर्धन

ने आनंदित कर निर्भय कर दिया है.