Monday, April 12, 2010

तुझसे बतियाने का craze


हे कान्हा, ओ प्यारा कान्हा 
कॉल कर रहे भक्त सभी 
नंबर मिलता engage
 बढ़ता जाए जग में 
तुझको जाने बिना
तुझसे बतियाने का craze

बीतते जा रहे हैं days
आ तो रही हैं कृपा की rays
पर दिखाई नहीं देती always
open करना ऐसी ways

की मिले तेरी विशेष nearness
और जाग्रत रहे तेरी awareness


अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
४ जुलाई २००५ को लिखी
१२ अप्रैल २०१० को लोकार्पित

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