Monday, April 19, 2010

अनंत वैभव


सर्व मंगल
शांति 
सुख
आनंद
प्रेम गहराए,
प्रभु
कृपा से
हर मन
अनंत वैभव पाए


अशोक व्यास
२८ जुलाई २००५ को लिखी प्रार्थना
१९ अप्रैल २०१० को लोकार्पित

1 comment:

Ravi Kant Sharma said...

व्यास जी, अति सुन्दर!

सर्व मंगल शांति सुख आनंद प्रेम गहराए,
प्रभु कृपा से हर मन अनंत वैभव पाए ।