Friday, February 12, 2010

रहो श्याम सेवा में हर पल

कान्हा मुख मंडल 
मौन सघन
ज्यों ठहर गया
कोई चिंतन

मुखरित होने के लिए कहे 
पहले दे दो अपना तन मन


समय श्याम संग सुन्दर शाश्वत
श्याम समय संग सत्य अनावृत

आनंद मंगल दिव्य दिवाकर
उजली किरण श्याम गुण गाकर

प्रेम प्रसार परम पद निर्मल
रहो श्याम सेवा में हर पल

अशोक व्यास
१९ और २० अप्रैल ०७ को लिखी
१२ फरवरी १० को लोकार्पित

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