Thursday, February 25, 2010

माधव मुरलीधर गिरिधर


कर बात श्याम से प्रेम भरी
आनंद उजागर हो पल पल

हर बार बुला कर, भर माखन
खाए बिखराए वो चंचल

मिसरी की डली से रिझा लिया
मोहन को अंक से लगा लिया

माधव मुरलीधर गिरिधर को
अब रोम-रोम में जगा लिया

अशोक व्यास 
न्यूयार्क, अमेरिका
२१ जनवरी ०५ को श्यामार्पित 
२५ फरवरी १० को लोकार्पित

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