१
मेरा जीवन सच्चा कर दो ओ कान्हा
मेरा पूजन सच्चा कर दो ओ कान्हा
नाम तुम्हारा लेना तन्मय कर जाए
सरस, सरल ऐसा मन कर दो ओ कान्हा
२
विरह वेदना कातर अश्रु
सुप्त तुम्हारा संग
नित्य कृष्णमय सांस रहे
प्रभु दे दो ऐसा रंग
अशोक व्यास
१५ जनवरी २००६ को लिखी
शनिवार ११ दिसंबर को लोकार्पित
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