Saturday, May 8, 2010

दरस हिंडोले का


कृष्ण कृष्ण भज मन हुआ
स्वर्णिम आभावान 
जगमग शोभा श्याम के 
नित्य प्रेम की तान

गोकुलवासी कर रहे
दरस हिंडोले का
राधाजी कहने लगीं
दो झोंटा हौले सा 


अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
२ सितम्बर २००५ को लिखी
८ मई २०१० को लोकार्पित

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