Saturday, April 23, 2011

मजा नहीं माखन में


 
कान्हा के घर पहुँच गए पर
सभी गोप जन खड़े थे डर डर
आज चुरा कर माखन खाने
कान्हा क्यूं लाया अपने घर

तभी यशोदा मैय्या आई
ग्वाल बाल देखे, मुस्काई
कहा चलो आ भीतर बैठो
माखन लेकर अभी आई


भीतर सब जाकर बैठे संग
देखे श्याम के ठाटदार रंग
तभी श्याम खिड़की से आया
मुख पर माखन था लिपटाया

बोला, मजा नहीं माखन में
बिना चुराए ही गर खाया


अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
२३ अप्रैल २०११              

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