कर कान्हा की चाकरी
मन प्यारे अविराम
काम कहे तो श्याम है
श्याम ही है निष्काम
प्रेम पोटली बाँध मत
खोल आनंद अपार
घूम झूम चहुँओर मन
कृष्ण नाम उच्चार
बोये क्या सो काटना
है इतनी सी बात
मिले शुद्ध पावन परम
श्याम नाम के साथ
अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
सुबह ७ बज आकर ४० मिनट
गुरुवार, मार्च ११. 2010
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