Friday, March 12, 2010

निज अमृत स्नान

(पूज्य स्वामी श्री ईश्वरानंद गिरिजी महाराज, शिवरात्रि पर शोभा यात्रा (२०१०), आबू पर्वत,  चित्र - अभय हर्ष)

दिव्य सुधारस पान कराओ
अपना गौरव गान कराओ

गुरुवर कृपादृष्टि बरसा कर
नित निज अमृत स्नान कराओ

चिंतन हो गौरवमय, उज्जवल 
भक्ति सुधा से मन हो निश्छल

हर मुश्किल आसान कराओ
दिव्य सुधा रस पान कराओ

अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
२६ मार्च ०५ को लिखी
१२ मार्च २०१० को लोकार्पित

No comments: