लिख लिख, बोले कृष्ण कन्हैय्या
कलम तेरी मुरली है भैय्या
अपनापन लिख, कृपा किरण संग
पार किये जा भूल भुलैय्या
अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
मार्च १७, ०६ की पंक्तियाँ
जन १६, २०१० को लोकार्पित
कलम तेरी मुरली है भैय्या
अपनापन लिख, कृपा किरण संग
पार किये जा भूल भुलैय्या
अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
मार्च १७, ०६ की पंक्तियाँ
जन १६, २०१० को लोकार्पित
No comments:
Post a Comment