Friday, January 7, 2011

गोपाला का गान मधुर है


श्याम सुन्दर मुस्कान मधुर है
मुरली की हर तान मधुर है
भक्ति की धारा से रसमय 
विरह ह्रदय आव्हान मधुर है 
 
गोपाला का गान मधुर है
दरसन का अनुमान मधुर है
उसकी करूणा से कण कण में
पावन करता ध्यान मधुर है
 

जय श्री कृष्ण
अशोक व्यास
७ जनवरी २०११

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